माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला आज एक दिन के दौरे पर भारत में हैं। इस दौरान नडेला माइक्रोसॉफ्ट के एक कार्यक्रम में बोलने पहुंचे, जहां सत्या ने ग़ालिब का शेर पढ़कर शुरुआत की। उन्होंकने कहा, “हजारों ख्वाहिशें ऐसी कि हर ख्वाहिश पर दम निकले, बहुत निकले मेरे अरमां मगर, फिर भी कम निकले।” नडेला द्वारा गालिब का ये शेर अर्ज करते ही कार्यक्रम तालियों से गड़बड़ाहट से गूंज उठा।
साथ ही नडेला ने कार्यक्रम में कहा कि, “एप्स की दुनिया में बड़े बदलाव आ रहे हैं। ये एप्स मानव की क्षमता को और आगे ले जा रही हैं। हम ऐसी दुनिया में रहते हैं जिसमें लोग कहीं से भी, किसी भी वक्त, किसी भी जगह पर डिजिटली से खुद को कनेक्ट कर सकते हैं। नडेला ने आगे कहा कि हम भविष्य के लिए गेमचेंजर एप बनाने जा रहे हैं। जब आप दुनिया को देखने का नजरिया बदलते हैं तो दुनिया भी बदलने लगती है। इसलिए मैं चाहता हूं कि भारत के लिए ऐसा प्लेटफॉर्म तैयार किया जाए जहां से भारतीयों के आइडिया का इस्तेमाल उनके विकास के लिए किया जा सके।
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