गुरुवार, 21 अप्रैल 2016

'जिंदगी वो जी सकता है जिसे थकावट ना आए, रुकावट को अवसर माने'

'जिंदगी वो जी सकता है जिसे थकावट ना आए, रुकावट को अवसर माने'
'जिंदगी वो जी सकता है जिसे थकावट ना आए, रुकावट को अवसर माने'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 10वें सिविल सर्विस डे कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान पीएम ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थी जब परीक्षा देकर घर लौटता है तो एक तरफ परीक्षा परिणाम का इंतजार करता है और सोचता है कि अगले साल शुरू से पढ़ाई करूंगा।

पीएम ने कहा कि जिंदगी को वो जी सकता है जो थकावट महसूस नहीं करता और रुकावट को अवसर समझता है। उन्होंने ये भी कहा कि हम लोगों के जीवन में जैसे-जैसे दायित्व बढ़ता है। वैसे-वैसे हमारे जीवन में कुछ नया करने की उर्जा भी बढ़नी चाहिए।

पीएम ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि देश के हर जिले में लोगों के बीच आपसी विश्वास बढ़ाना जरूरी है। पीएम ने कहा कि हमे अपने सामने आने वाली हर चुनौती से पार पाना होगा। पीएम ने कहा कि अगर हम प्रयोग करना ही छोड़ देंगे तो व्यवस्था में बदलाव नहीं आ पाएगा।
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