बुधवार, 2 मार्च 2016

रोहित, इशरत के मुद्दे पर संसद में हंगामा, स्मृति की घेरेबंदी में जुटा विपक्ष

रोहित, इशरत के मुद्दे पर संसद में हंगामा, स्मृति की घेरेबंदी में जुटा विपक्ष
रोहित, इशरत के मुद्दे पर संसद में हंगामा, स्मृति की घेरेबंदी में जुटा विपक्ष
संसद का बजट सत्र भी हंगामे की भेंट चढ़ रहा है। जहां एक तरफ विपक्ष सत्ता पक्ष विपक्ष को घेरने की पूरजोर कोशिश कर रहा है। वहीं सरकार का कहना है कि मुद्दा विहीन विपक्ष अपनी प्रासंगिकता को बचाए रखने के लिए विकास के पहिेए पर ब्रेक लगा रहा है। राज्यसभा के सभापति केन्द्रीय मानव संसाधव विकास मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ विपक्ष द्वारा दिए गये विशेषाधिकार हनन के नोटिस पर फैसला ले सकते है। अगर मामला बनेगा तो संसद की विशेषाधिकार समिति को इसे सौंपा जा सकता है। विपक्ष की मांग है मंत्री के बयान पर सदन में तत्काल चर्चा हो।

विपक्षी दलों का कहना है कि स्मृति ईरानी ने संसद में पांच जगह गलत तथ्य पेश किए हैं और उन्होंने जानबूझकर सदन को गुमराह किया है। जेडीयू सांसद केसी त्यागी और केटीएस तुलसी ने शनिवार को ही नोटिस दे दिया था। लेफ्ट और कांग्रेस की ओर से भी नोटिस दिया गया है।

स्मृति इरानी के मामले में आज राज्यसभा और लोकसभा में हंगामा हो सकता है। कांग्रेस ने सोमवार को स्मृति ईरानी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया, साथ ही लोकसभा में थोड़ी देर तक हंगामा किया।

तभी कांग्रेस के के.सी. वेणुगोपाल खड़े हो गए और उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष से यह बताने को कहा कि एचआरडी मंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन कें प्रस्ताव का क्या हुआ? वेणुगोपाल ने कहा, आम बजट के दिन ऐसा करना मेरे लिया दुखद है। मैंने एचआरडी मंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव दिया है। इसके बाद लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी के अन्य सदस्य भी खड़े हो गए और उन्होंने उस नोटिस पर स्थिति स्पष्ट करने की मांग की। इस पर संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू ने आपत्ति जताते हुए कहा कि यह बहुत ही घटिया राजनीति है, कुछ भी रिकॉर्ड में नहीं जाना चाहिए।


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