मंगलवार, 1 मार्च 2016

जेटली के पिटारे से निकली कड़वी दवा, आम बजट में कृषि क्षेत्र को मिली तवज्जो

जेटली के पिटारे से निकली कड़वी दवा, आम बजट में कृषि क्षेत्र को मिली तवज्जो
जेटली के पिटारे से निकली कड़वी दवा, आम बजट में कृषि क्षेत्र को मिली तवज्जो
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सोमवार को संसद में 2016-2017 का बजट पेश किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब वैश्विक अर्थव्यवस्था गंभीर अवस्था से गुजर रही है, भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति स्थिर बनी हुई है।

जानिए आम बजट से जुड़ी अहम घोषणाएंः

कृषि क्षेत्र के लि अहम घोषणाएं

किसान की आय को दोगुना करने पर जोर

कृषि क्षेत्र में 100 फीसद विदेशी निवेश को मंजूरी

अर्थव्यवस्था और लोगों के जीवन में बदलाव के लिए 'ट्रांसफार्म इंडिया'।

5 साल में किसानों की आमदनी दोगुना करने का लक्ष्य।

मनरेगा के तहत पांच लाख तालाब बनेंगे।

पीएम ग्राम सड़क योजना पर अब खास ज़ोर।

कृषि सिंचाई के लिए अगले पांच साल में सरकार 86 हजार 500 करोड़ रुपए का निवेश करेगी।

'स्वच्छ भारत' के तहत कचरे से खाद बनेगी।

1 मई 2018 तक सभी गांवों तक बिजली पहुंचेगी।

परंपरागत कृषि विकास योजना लाई जाएगी।

दालों की पैदावार के लिए 500 करोड़।

एकीकृत खेती बाजार योजना लाई जाएगी।

सिंचाई योजना के लिए 17 हजार करोड़।

गरीब महिलाओं को एलपीजी कनेक्शन देने के लिए 2000 करोड़ का मेगा प्रॉजेक्ट ला रहे हैं।

दो साल में 62 नए नवोदय विद्यालय खोले जाएंगे।

राज्य हाइवे को नेशनल हाइवे में तब्दील किया जाएगा।

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