जैसलमेर से 16 किमी की दूरी पर रेत की परतों के नीचे लोद्रवापुर का गौरवशाली इतिहास दबा पड़ा है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह नवीं सदी में इस क्षेत्र पर शासन करने वाले भाटी राजपूतों की राजधानी हुआ करती थी। अनेकों विदेशी आक्रमणकारियों के बार-बार हमले ने इसके गौरव को क्षीण कर दिया। एएसआई ने इस जगह की खुदाई दस साल पहले शुरू कर दी थी लेकिन कुछ समय बाद फंड की कमी होने के कारण काम को रोक दिया गया।
वर्तमान में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हजारदुआरी पैलेस म्यूजियम में सहायक पुरातत्वविद् अधीक्षण के तौर पर कार्यरत, एएसआई ऑफिसर, नयन चक्रवर्ती की निगरानी में लोद्रावापुर में खुदाई का काम दस साल पहले शुरू हुआ था।